अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से लिपिक ग्रेड संयुक्त( Lower Division Clerk) प्रतियोगी परीक्षा 2013 (फेज-1) की परीक्षा आयोजित हुए छह माह गुजर जाने के बावजूद परिणाम घोçष्ात नहीं होने से अभ्यर्थी पसोपेश में हैं। परीक्षा निरस्त होगी या दूसरे चरण की परीक्षा अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड के जरिए कराई जाएगी या संपूर्ण परीक्षा दोबारा होगी इसे लेकर अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।
हाल ही परीक्षा के पर्चे लीक होने के बाद तो यह परीक्षा दोबारा होने की संभावना नजर आ रही है। इसका फैसला राज्य सरकार स्तर पर होना है। फिलहाल आयोग के पास इस परीक्षा का परिणाम घोçष्ात करने या निरस्त करने संबंधी कोई दिशा निर्देश नहीं है। आयोग ने 7570 पदों के लिए 11 जनवरी को प्रदेश के 2221 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा का आयोजन किया। प्रथम चरण की लिखित परीक्षा में 7 लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठे थे।
बदलती गई परिस्थितियां
परीक्षा आयोजन के बाद आयोग इसका परिणाम तैयार करने में जुट गया। दिसम्बर के अंत में भाजपा सरकार बनी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कुछ दिनों बाद ही पृथक से अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड से भर्तियां कराने की घोष्ाणा की। सरकार ने एलडीसी परीक्षा 2013 भी अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड से कराने का ऎलान कर दिया।
मगर जब आयोग ने सरकार को अवगत कराया कि प्रथम चरण की परीक्षा ली जा चुकी है। दूसरे चरण में महज टाइप टेस्ट बाकी है। तब सरकार ने अपने आदेश को परिवर्तित करते हुए लिखित परीक्षा का परिणाम घोçष्ात करने व दूसरे चरण का टाइप टेस्ट अधीनस्थ बोर्ड से कराने के निर्देश जारी किए।
पर्चा लीक के बाद संशय के बादल
आयोग में आरएएस प्री परीक्षा 2013 के पर्चे लीक होने का मामला तेजी से उछला। तीन माह से इसकी जांच को लेकर आयोग परिसर में जांच एजेन्सियों की आवाजाही रही। इसी बीच लिपिक भर्ती परीक्षा में पर्चा लीक होने व बैकअप पेपर के स्थान पर कथित लीक हुए पर्चे से ही परीक्षा कराने के बाद आयोग अध्यक्ष डॉ. हबीब खान गौरान को कुर्सी छोड़नी पड़ गई। तभी से इस परीक्षा के पूर्णत: निरस्त होने व दोबारा कराए जाने के कयास लगने शुरू हो गए हैं। फिलहाल परीक्षा दे चुके सात लाख से अधिक अभ्यर्थियों को अब भी कहीं न कहीं आशा है कि उन्हें परीक्षा दोबारा नहीं देनी पड़ेगी। वहीं दूसरे चरण के टाइप टेस्ट की तिथि भी लिखित परीक्षा का परिणाम आने के बाद ही तय हो सकेगी।
इस संबंध में आयोग के पास फिलहाल कोई निर्देश नहीं हैं। सरकार से निर्देश मिलने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
– नरेश कुमार ठकराल, सचिव, राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर